बाघ के हमले से भैंस घायल
अब चारों तरफ दहशत का माहौल
गोरेघाट तिरोड़ी
ग्राम पंचायत गोरेघाट तथा आस पास गांव में बाघ लगातार कभी जानवर पर तो कभी इंसानों पर हमला कर रहा है आज शाम ग्राम गोरेघाट के हेटी में नथु कोरडे की भैंस पर ग्राम से लगे खेत में हमला कर घायल कर दिया। कोरडे की भैंस काफी गंभीर बताई जा रही है जिसकी कीमत लगभग 50000 आकी गई है।
ज्ञात हो कि बाघ लगातार हमला कर रहा है कभी गांव के पास रात में दहाड़ता है तो कभी जानवरों पर हमला कर रहा है जिसके कारण ग्रामीण दहशत की जिंदगी जीने को मजबूर हो गए है ।
अब खेत जाना भी मुश्किल
पठार में इन दिनों रबी की फसल सभी जगह लगी है और अब फसल की कटाई भी शुरू हो गई है लेकिन बाघ के डर से किसान खेत जाने भी डर रहे है कि कब बाघ हमला कर दे कब कहां और कैसे हमला कर दे कुछ नहीं कह सकते।
फटाके फोड़कर बीता रहे रात
ग्रामीणों की माने तो ग्राम गोरेघाट तथा कुड़वा में लोग रात में घर से बाहर नहीं निकल रहे है और तो और रात में जो मकान गांव के किनारे है वे रात में फटके फोड़ के रात बीता रहे है। दहशत इतनी है कि घरों की बकरी गाय बैल बाहर ही बांधते है जिससे सारी रात खतरा बना रहता है।
वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर लें जाए बाघ
पठार में इन दिनों बाघों की संख्या अधिक है सभी छेत्र में बाघ घूम रहे है जिससे न किसान खेती कर पा रहा है और ना ही लोग शाम को घरों से निकल पा रहे है। ऐसी स्थिति में वन विभाग को चाहिए कि बाघों को रेस्क्यू कर पार्क में ले जाए अन्यथा कभी भी दुर्घटना हो सकती है।
तेंदू पत्ता किए बंद
पठार की चार पंचायत के करीब बारह गांव में तेंदू पत्ता बंद कर दिए गए है कन्हडगांव में देवरी खुर्द, देवरी बुजुर्ग, अम्बेझरी में खैरलांजी, पथरापेठ, आगरी, कुड़वा में संग्रामपुर गोरेघाट में भोंडकी,हेटी आदि गांव में बाघ के भय से सभी सरपंचों ने मुनादी करवा कर तेंदू पत्ता बंद कर दिए हैं ताकि किसी प्रकार की जन हानि ना हो।जबकि ग्रामीणों के पास एक अवसर होता है रोजी रोटी का मगर जान है तो जहान है के कारण कमाई का जरिए बंद हो गया लोग खेतों में धान कटाई में नहीं जा रहे है मतलब मजदूरों का बहाल है। इन चार पंचायत में करीब 6 से 8 हजार लोग तेंदू पत्ता तोड़ते है जो अब बंद है।