ढीले-ढाले सूती वस्त्र, धूप का चश्मा और टोपी पहनकर घर से निकलें
स्वास्थ्य विभाग की सलाह उल्टी सरदर्द, तेज बुखार आये तो स्वास्थ्य केंद्र में इलाज ले
बालाघाट 3 अप्रैल 24/जब अत्यधिक गर्मी के कारण शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आस पास पहुँच जाता है तो यह स्थिति हीट स्ट्रोक (सन स्ट्रोक) की ओर इशारा करती है। इससे शरीर पर कई घातक परिणाम हो सकते है। इस समस्या में किडनी काम करना भी बन्द कर सकती है। लू लगने पर यदि तत्काल उपचार नही लिया तो मृत्यु भी हो सकती है। सीएमएचओ डॉ. मनोज पांडे ने गर्मी से मानव स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभाव व रोग उपचार के सम्बंध में एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने जारी एडवाइजरी में बताया कि लू के लक्षण तेज बुखार के साथ मुंह का सुखना, चक्कर के साथ उल्टी, कमजोरी के साथ शरीर दर्द, शरीर का तापमान अधिक होने के बावजूद पसीना न आना, सिर में भारीपन व दर्द का अनुभव,अधिक प्यास लगना लेकिन मूत्र कम, भूख कम औए बेहोशी होना ये मुख्यता से मानव शरीर मे देखे जाते है।
लू से बचाव के उपाय
लू लगने का सबसे अहम कारण तेज धूप और गर्मी में ज्यादा देर तक रहने के कारण शरीर में पानी, खनिज व नमक की कमी हो जाती है। इसके लिए पानी खूब पीयें, धूप से बचें, बच्चें व बुजुर्ग दोपहर 12 से 4 के बीच घर से बाहर निकलना टालें, धूप से बचने के उपाय सिर और कानों को कपड़ो से ढक लें, नरम, मुलायम व ढीले-ढाले सूती वस्त्र पहने, धूप में चश्मा, टोपी व जूता पहनकर घर से निकले, लस्सी, मट्ठा व फलों का रस पीये, मसालेदार भोजन से बचें, चक्कर, मतली आने पर छाया दर स्थान पर आराम करें, उल्टी, सर दर्द, तेज बुखार आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार कराएं या 108 से संपर्क करें। साथ ही यात्रा के समय पानी की बोतल, ओआरएस पैकेट साथ रखें।