*वन्यजीवों की प्यास बुझाने वनविभाग द्वारा बनवाये गए सौसर*
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*अब वन्य जीवों को पानी के लिये नहीं पड़ेगा भटकना*
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दमोह जिले की तहसील हटा अंतर्गत ग्राम मड़ियादो के जंगलों में बढ़ती गर्मी के दृष्टिगत पानी के लिए वन्यजीव सड़कों एवं ग्रामों की ओर अपना रुख कर रहे है, इस स्थिति में वन्य जीवों की प्यास बुझाने के लिये वफ़रक्षेत्र पानी का प्रबंध करने में लगा हुआ है।
वफ़रक्षेत्र मडियादो टाइगर रिजर्व पन्ना परिक्षेत्र अधिकारी हिर्देश हरि भार्गव ने बताया जलसंकट को देखकर वफ़र क्षेत्र प्रबंधन भी अलर्ट है और जंगल में वन्य जीवों के लिये पानी के साधन जुटाने के प्रयास में लगा हुआ है। वनकर्मियों द्वारा मड़ियादो वफ़र क्षेत्र अंतर्गत 35 स्थानों को चयनित किया गया जहां पानी की उपलब्धता है। जलसंकट को देखते हुये वफ़र क्षेत्र प्रबंधन ने तीन स्थनों पर सोलर पंप लगाए गए और सौसर बनाकर पानी भरने का प्रयास किया गया है। वनविभाग के द्वारा बनवाये गए इन सौसर से वन्यजीव अपनी प्यास बुझा रहे है।
इन स्थानों पर है पानी
वनकर्मियों द्वारा चिन्हित स्थनों में मड़ियादो वीट अंतर्गत सिध्द बाबा की झिरिया, गौमुख, राजादोल, झडूबाबा, भड़पुरा, तिदनी वीट में उखरी पानी की झिरिया, सिध्दबाबा की झिरिया, ब्रजपानी बीट में गौ घाट, लोढा नाला, नारायणपुरा बीट में बंदर झिरिया, उदयपुरा बीट में रिछकोई का नाला, लमती नाला, तेली सेहा, लालपानी का नाला, पाली बीट में जमनेरा झिरिया, कछारिया झिन्ना, सिध्दबाबा, गौ घाट, चौराइया बीट में लमती नाला, गदरी की तलैया, तालार की तलैया, बराना नदी, मनकपुरा बीट में कनवा केमाई झिरिया, जोगिडावर नाला, वर्धा बीट में जमुनिया झिन्ना, दूल्हादेव, भवानीपुरा नाला, पीपरचौक बीट में बांस पानी, दूरपानी एवं बस करया में पानी के स्त्रोत है।
यहां बनवाये सौसर
वफ़रक्षेत्र प्रबन्धन द्वारा मड़ियादो के आरएफ 58 में बोर कर दो व मनकपुरा में एक सौसर बनवाया गया है। इस सौसर के पास लगे कैमरों में पानी पीने आये वनजीवो की तस्वीरें कैद हुई है। इन सौसर से वन्यजीवों को पानी के लिए भटकना नही पड़ेगा। जंगल में जलस्रोतों की निगरानी कार्य किया जा रहा है। वन्यजीवों के लिए सौसर बनाकर पानी भरा जा रहा है, ताकि जंगल में जलसंकट की स्तिथि न बन पाए।
*समाचार संकलन प्रफुल्ल कुमार चित्रीव बालाघाट*