Apple इन दिनों अपनी अगली iPhone 17 सीरीज़ की तैयारियों में जुटा हुआ है। लेकिन इसी बीच Foxconn के एक अचानक फैसले ने कंपनी की भारत में मैन्युफैक्चरिंग योजनाओं को झटका दे दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Foxconn ने अपनी भारतीय यूनिट से 300 से अधिक इंजीनियरों और तकनीकी कर्मचारियों को चीन वापस बुला लिया है। इससे प्रोडक्शन प्रक्रिया में बड़ी बाधा आ सकती है।
Bloomberg की रिपोर्ट ने खोला राज
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि बीते दो महीनों में Foxconn की भारत स्थित असेंबली यूनिट से 300 से ज्यादा कर्मचारियों को चीन वापस भेजा गया है। यह फैसला उस वक्त लिया गया है जब iPhone 17 की मैन्युफैक्चरिंग शुरू होने वाली है। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह कदम अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड और टैरिफ विवाद से जुड़ा हो सकता है।
Apple की चीन से बाहर निकलने की कोशिश को झटका
Apple पिछले कुछ वर्षों से अपनी मैन्युफैक्चरिंग को चीन से बाहर शिफ्ट करने की कोशिश कर रहा है। इसके तहत उसने भारत को एक वैकल्पिक हब के रूप में चुना है। Foxconn ने भी इसी योजना के तहत भारत में अपनी असेंबली यूनिट स्थापित की और 2.56 बिलियन डॉलर का निवेश किया। कंपनी का लक्ष्य है कि दिसंबर 2025 तक भारत में एक लाख iPhones तैयार किए जाएं। लेकिन अब यह लक्ष्य खतरे में दिख रहा है।
उत्पादन पर पड़ेगा असर, देरी की संभावना
विशेषज्ञों का मानना है कि इतने बड़े पैमाने पर तकनीकी स्टाफ की वापसी से उत्पादन शेड्यूल प्रभावित हो सकता है। इससे iPhone 17 की समय पर लॉन्चिंग में देरी हो सकती है या इसकी उपलब्धता सीमित हो सकती है। भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ योजना को भी इससे झटका लग सकता है, क्योंकि Apple को लेकर बड़ी उम्मीदें थीं।
क्या अमेरिका-चीन तनाव का असर भारत पर?
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि Foxconn के कर्मचारियों को क्यों बुलाया गया, लेकिन जानकार मानते हैं कि यह अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापारिक तनाव का नतीजा हो सकता है। भारत में बढ़ती मैन्युफैक्चरिंग क्षमता चीन के लिए एक चुनौती बनती जा रही है। ऐसे में यह कदम चीन की रणनीतिक प्रतिक्रिया भी हो सकता है।