सागर
सागर/आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका संघ की राज्य व्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में पांचवे दिन भी जारी रही। हडताल के पांचवे दिन संघ की अध्यक्ष श्रीमति लीला शर्मा ने कहा कि महिला बाल विकास जिला अधिकारी आंगनबाडी कार्यकर्ता व सहायिकाओं पर केन्द्र खोलने दवाव बना रहे है। उन्होनें सभी कार्यकर्ताओं से आव्हान किया कि वो उनके दवाव में न आए क्योंकि पिछले वर्ष की गई अनिश्चित कालीन हड़ताल का मानदेय भी इन्हीं जिला अधिकारी महोदय द्वारा काटा गया था इस बार की हड़ताल किसी के दवाव पर नहीं चलेगी जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका अनिश्चित कालीन हडताल पर रहेगी। आंदोलन का समर्थन करने आए व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष शिखर कोटिया ने कहा कि प्रदेश की शिवराज सरकार आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिकाओं का शोषण तो अर्से से करती आ रही है यही सरकार व्यापारियों पर भी मनमाने टेक्स थोपकर उन्हें परेशान कर रही है। कांग्रेस नेता सुरेन्द्र चौबे ने आंगनबाडी की मांगों को जायज ठहराते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार के आते ही कार्यकर्ता को 30 हजार, सहायिका को 28 हजार रूपये मानदेय के साथ-साथ इन्हें राज्य कर्मचारी घोषित किया जाएगा। इस आशय का पत्र जिला कांग्रेस कमेटी कमलनाथ को सौपगी। शिवसेना उपराज्य प्रमुख पप्पू तिवारी ने कहा कि जिन आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका को सरकार, सरकारी कर्मचारी घोषित करने में आना कानी कर रही है वहीं आंगनबाडी कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव में पोलिंग बूथ व मतदाता पर्ची का वितरण करती है जो अब उन्हें सबक सिखाएगी। हडताल में कमलेश तिवारी, हेमराज आलू, राजश्री दुबे, किरण तिवारी, उषा बडोनिया, राज बाई, सबीता रोहित, इन्द्रा मिश्रा, सोनम शर्मा, संध्या तिवारी, रामज्योति चौरसिया, निधि चौरसिया, सावित्री उपाध्याय, इन्द्रा मिश्रा, विमला साहू, संकुंनतला, रूबी जैन, अचंला रैकवार, तारा खेजरा, गीता रैकवार, भागवती, संजू तिवारी, सरीता अहिरवार, हेमलता रैकवार, दुर्गा लोधी, ममता द्विवेदी, लीला ठाकुर, सरोज कुशवाहा, विजय कुशवाहा, माली सेन, उषा रैदास, मुन्नी सेन, रानी सहित अनेक जिले भर की आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका सहित परियोजना अधिकारी, सुपरवाइजर शामिल थे।