रबी की फसल हो गई बर्बाद, किसान रो रहा खून के आसू
गोरेघाट तिरोड़ी
पठार छेत्र में इन दिनों बारिश ने कहर बनकर आई है जिससे किसान कहीं का नही रहा और इस समय जो फसलें होती थी वह पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। पठार क्षेत्र के ग्राम गोरेघाट सहित तिरोड़ी तहसील में पहले गन्ने की फसल अधिक मात्रा में लगाई जाती थी मगर धान की कीमत और लागत को देखते हुए पिछले वर्ष से किसानों ने धान की खेती करना उचित समझा और धान की खेती लगाना शुरू किया और उसका परिमाण अच्छी फसल के रूप में मिला जिसमे धान की उत्पादन अच्छा हुआ और फसल की कीमत भी अच्छी मिली जिसके चलते इस वर्ष रबी की फसल के रूप में धान की खेती सभी किसानों ने की।
लगभग 500 एकड़ धान की खेती अकेले गोरेघाट ग्राम में लगाई गई है। इस वर्ष जब से किसानों ने धान की फ़सल लगाए तब से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ होने से धान में अनेक प्रकार की बीमारी लगी जैसे तैसे किसानों ने महाराष्ट्र राज्य से कृषि की दवाईयो का छिड़काव कर बीमारी को कम किए थे की बारिश लगातार होने से पकी हुई फसल बरबाद हो गई और जब खेती में धान की फसल लगाई गई तब ना तो खेतो से महुआ की फसल ले पाए और ना आम की फसल ले पाए। जब से गर्मी का मौसम सुरु हुआ है तब से मौसम लगातार आंधी तूफ़ान के साथ बारिश हुई है जिसके कारण इस वर्ष सभी फसलें नष्ट हुई है और फसल में महुआ, आम, गेहूं, गुल्ली और धान की फसल अब पूरी तरह से नष्ट होते दिखाई दे रही है । किसानों ने अपनी जमा पूंजी खेती में ये सोच के लगा देता है की अच्छी फसल होने से अच्छे दाम भी मिल जायेंगे और ऐसा होता भी है मगर मौसम की मार से अब किसान सुस्त हो चुका है ।
किसानो ने शासन से सर्वे कराकर मुवावजे की मांग की है ।