पीथमपुर। शहर में ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। शहर के मुख्य चौराहों व मार्गों पर बेतरतीब वाहन खड़े किए जा रहे हैं।
औद्योगिक नगरी पीथमपुर में हो रहा यातायात नियमों के उल्लंघन से सड़क हादसों को बढ़ावा मिल रहा है। हालांकि चलाए गए यातयात माह में जागरूकता को भी नजरंदाज कर रहे हैं। यही वजह है कि लोग नियमों को दरकिनार कर हादसों को निमंत्रण दे रहे हैं।
शहर के पुराने बस स्टैंड आईसर चौराहा ब्रिज से अन्य क्षेत्रों में चलने वाली टाटा मैजिक सहित अन्य वाहनों की भरमार हो गई है। इनमें कुछ ऐसे वाहन भी हैं, जिनका बीमा नहीं होने के बाद भी धड़ल्ले से क्षमता से अधिक सवारी बैठाकर दौड़ा रहे हैं। यदि कोई सड़क हादसा होता है तो घायल व्यक्ति को किसी भी तरह की अंतरिम राहत नहीं मिलती है।
मैजिक चालक सवारियों से भरी टाटा मैजिक पर 20 से 25 सवारियां ले जा रहे हैं, वह भी बिना किसी यातायात नियमों के डर से, जिससे यात्रियों में जान का खतरा बढ़ रहा है। कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकीं हैं और जान भी जा चुकी है, लेकिन वाहन चालकों द्वारा किसी बात को मानने को तैयार ही नहीं हैं।
सवा दो लाख से अधिक की आबादी वाले शहर में यातायात प्रभारी के नाम पर एक आरक्षक तैनात है। इसका फायदा कई वाहन चालक व वाहन मालिक उठाते हुए शहर की यातायात व्यवस्था को ध्वस्त करने में लगे हुए हैं। शहर के मुख्य बाजार व चौराहों पर सड़क किनारे वाहन खड़े करने के कारण यातायात बाधित हो रहा है। कई बार मुख्य चौराहा पर जाम जैसी स्थिति निर्मित हो जाती है। आरक्षक समय-समय पर चालानी कार्रवाई करता है। इसमें भी राजनीति आड़े आ जाती है। 100 रुपये की चालानी कार्रवाई में भी जनप्रतिनिधियों व नेताओं के फोन आने के कारण चालानी कार्रवाई भी नहीं हो पा रही है। आईसर चौराहा ब्रिज के समीप के क्षेत्र में लाखों रुपये की लागत से 30 फीट चौड़ी सड़क का निर्माण पीथमपुर नपा द्वारा किया गया है। लेकिन दुकानदारों और वाहन ने आधी सड़क पर कब्जा कर वाहन खड़े कर दिए, जिससे लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। कई बार प्रशासन ने इन्हें चेतावनी भी दी। यहां भी राजनीति आड़े आने के कारण अधिकारी कार्रवाई नहीं कर पाते हैं। आजाद चौराहा महू नीमच रोड पर भी यही हाल है। यातायात के प्रति जागरूक करने के बावजूद शहर की सड़कों पर ये सब देखने को मिलता है,बल्कि सवारी वाहन बेखौफ अवरलोडिंग कर सवारी लेकर दौड़ रहे हैं। इस और शासन प्रशासन की कोई ठोस करवाई नही हो रही। लेकिन नियमों के उल्लंघन करने को टाटा मैजिक चालक अपनी शान समझते हैं। जिसका खामियाजा कई बार यात्रियों को दुर्घटना के रूप में उन्हें भुगतना पड़ रहा है।