भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती तनातनी के बीच असम के मुख्यमंत्री Himanta Biswa Sarma ने रविवार को पाकिस्तान पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने पाकिस्तान के लिए एक संवेदनशील मुद्दे पर टिप्पणी की और बलूचिस्तान आंदोलन की सराहना की। यह बयान पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद आया है, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे।
बलूचिस्तान आंदोलन की तारीफ
सीएम सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पाकिस्तान को घेरते हुए बलूचिस्तान आंदोलन के बारे में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान स्वतंत्रता आंदोलन की जड़ें 1947-1948 के उथल-पुथल भरे समय से जुड़ी हैं जब क़लात राज्य ने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के अंत के बाद अपनी संप्रभुता बनाए रखने का प्रयास किया था।
The Balochistan freedom movement traces its roots to the tumultuous events of 1947–1948, when the princely state of Kalat, representing much of what is today Balochistan, sought to maintain its sovereignty after the end of British colonial rule. Despite initial negotiations for…
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 27, 2025
सीएम सरमा ने आगे कहा कि शुरूआत में स्वायत्तता पर बातचीत के बावजूद बलूचिस्तान को मार्च 1948 में पाकिस्तान द्वारा बलात् कब्जा कर लिया गया था, जिसके कारण बलूच लोगों में गहरी नाराजगी पैदा हुई। उन्होंने कहा कि दशकों तक राजनीतिक अधिकारों की कमी, आर्थिक उपेक्षा और सांस्कृतिक दबाव ने बार-बार बलूच लोगों में विद्रोह को जन्म दिया, खासकर 1958, 1962, 1973 और 2000 के दशक के शुरुआती वर्षों में।
बलूचिस्तान एक ऐसा क्षेत्र है जो प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है लेकिन वहां के लोग हमेशा उपेक्षित और शोषित महसूस करते आए हैं। मुख्यमंत्री सरमा ने इस मुद्दे को उठाया और कहा कि बलूच लोग लंबे समय से उपेक्षापूर्वक विकास की कमी का सामना कर रहे हैं, और केंद्रीय सरकार द्वारा उनका शोषण किया जा रहा है।
नवाब अकबर बुग़ती की हत्या और आंदोलन की आग
सीएम सरमा ने बलूचिस्तान के संघर्ष की और गहरी बात करते हुए 2006 में नवाब अकबर बुग़ती की हत्या का जिक्र किया। उन्होंने इसे बलूचिस्तान आंदोलन के लिए एक दर्दनाक अध्याय बताया, जिसने आत्मनिर्णय और न्याय की मांग को फिर से जीवित कर दिया। आज, यह आंदोलन उस संघर्ष का प्रतीक बन गया है जिसे बलूच लोग अपनी गरिमा, अधिकार और स्वतंत्रता के लिए निरंतर लड़ाई के रूप में देख रहे हैं।
पहलगाम हमले के बाद से मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा लगातार पाकिस्तान को घेर रहे हैं। इससे पहले रविवार को असम के मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के बीच पाकिस्तान जाने और वहां रुकने को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी बहस हुई थी। सीएम सरमा ने गोगोई को तीन सवाल पूछकर पाकिस्तान पर तंज कसा था, जिसके जवाब में गोगोई ने भी सवाल किए थे।