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संजय दत्त को किडनैप करने वाले थे डकैत पिता सुनील दत्त ने लिया था बड़ा कदम

संजय दत्त का जीवन हमेशा ही सुर्खियों में रहा है और उनकी फिल्में और निजी जीवन दोनों ही खूब चर्चा में रहते हैं। एक और किस्सा है जो संजय दत्त के बचपन से जुड़ा हुआ है और ये घटना काफी चौंकाने वाली है। क्या आप जानते हैं कि संजय दत्त को एक बार कुछ डकैतों द्वारा किडनैप किया जा सकता था? यह कहानी खुद संजय दत्त ने कॉमेडियन कपिल शर्मा के शो पर बताई थी और यह सुनकर हर कोई हैरान रह गया था।

यह घटना तब की है जब संजय दत्त सिर्फ एक बच्चा थे। उनका सामना उस वक्त कुछ खतरनाक डकैतों से हुआ था और उनका उद्देश्य था संजय दत्त को किडनैप करना। ये डकैत रूपा डकैत के नाम से मशहूर थे जो उस समय का एक बड़ा नाम थे और जिनका नाम भारतीय समाज में डर और आतंक का पर्याय बन चुका था।

संजय दत्त ने बताया कि जब वह फिल्म ‘मुझे जीने दो’ (1960) की शूटिंग कर रहे थे तब रूपा डकैत और उनके साथियों ने उन्हें किडनैप करने की योजना बनाई थी। उस समय संजय के पिता सुनील दत्त भी उनके पास ही थे। रूपा डकैत और उनके साथी सुनील दत्त से मिलने आए थे और उस दौरान उन्होंने संजय को अपनी गोदी में उठा लिया। उन्होंने सुनील दत्त से पूछा कि फिल्म बनाने में कितना खर्चा हुआ था।

इस पर सुनील दत्त ने जवाब दिया कि फिल्म बनाने में 15 लाख रुपये खर्च हुए थे। इसके बाद रूपा डकैत ने चुपके से सवाल पूछा कि यदि वह संजय दत्त को किडनैप कर लेते हैं तो उन्हें कितने पैसे मिलेंगे। यह सवाल सुनते ही सुनील दत्त डर गए थे लेकिन उन्होंने डर को छिपाते हुए बड़ी चतुराई से इस स्थिति से निपटा। सुनील दत्त ने हंसते हुए संजय दत्त को अपनी गोदी से वापस ले लिया और कहा कि वह दिन की शूटिंग को कैंसिल कर देंगे। इसके बाद सुनील दत्त ने अगले दिन संजय और उनकी मां को मुंबई भेज दिया।

यह घटना खुद संजय दत्त ने कपिल शर्मा के शो पर सुनाई थी और इसके बाद यह कहानी मीडिया में फैल गई। इस किस्से ने यह साबित किया कि संजय दत्त के पिता सुनील दत्त कितने समझदार और चतुर व्यक्ति थे जिन्होंने अपने बेटे को सुरक्षित रखने के लिए अपनी सूझबूझ का इस्तेमाल किया।

इस घटना के बाद संजय दत्त और उनके परिवार को एक बार फिर यह महसूस हुआ कि भारत में उस समय डकैतों का क्या दबदबा था और कैसे वे निर्दोष लोगों को भी अपना शिकार बना सकते थे। लेकिन सुनील दत्त ने अपने बेटे को बचाने के लिए जो कदम उठाया वह हमेशा याद रखा जाएगा। यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि किसी भी मुश्किल घड़ी में समझदारी से काम लेना कितनी अहम बात होती है।

अब संजय दत्त की फिल्म ‘द भूतनी’ की बात करें तो यह फिल्म हाल ही में 1 मई को रिलीज हुई थी। हालांकि इस फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर बहुत बुरा हाल हुआ है और फिल्म दो दिनों में 2 करोड़ रुपये भी नहीं कमा पाई है। फिल्म का कलेक्शन सिर्फ 1 करोड़ 32 लाख रुपये ही दर्ज किया गया। फिल्म में संजय दत्त के साथ सनी सिंह निज्जर और मौनी रॉय भी अहम भूमिका में हैं लेकिन दर्शकों ने फिल्म को उम्मीद के मुताबिक नहीं सराहा।

इससे यह भी साफ होता है कि संजय दत्त का निजी जीवन और फिल्मी करियर दोनों ही हमेशा चर्चा का विषय रहे हैं। उनका जीवन कभी आसान नहीं रहा लेकिन उन्होंने हर मुश्किल का सामना साहस और समझदारी से किया। आज भी वह एक बड़े स्टार हैं और उनकी फिल्मों और निजी जीवन की कहानियां लोगों के बीच हमेशा चर्चा का विषय रहती हैं।

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