Quantum Computers: भारत सरकार जल्द ही देश का सबसे बड़ा क्वांटम कंप्यूटर लॉन्च करने जा रही है जो नेशनल क्वांटम मिशन के अंतर्गत तैयार किया जाएगा। इस कंप्यूटर की मदद से देश और दुनिया की कई जटिल समस्याओं का हल तेजी से निकाला जा सकेगा। इस अत्याधुनिक क्वांटम कंप्यूटर को IBM और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज यानी TCS मिलकर विकसित करेंगे। दूरसंचार विभाग यानी DoT ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से इस खबर को साझा किया है और लोगों से पूछा है कि वे अनुमान लगाएं कि यह कंप्यूटर कहां स्थापित किया जाएगा।
कहां होगा सेटअप और क्या है इसकी खासियत
इस कंप्यूटर को आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में बनाए गए क्वांटम वैली टेक पार्क में स्थापित किया जाएगा। यहां भारत का पहला और सबसे बड़ा क्वांटम कंप्यूटर बनेगा। इसमें IBM के 156 क्यूबिट वाला हेरॉन प्रोसेसर होगा जिसकी गिनती दुनिया के सबसे तेज प्रोसेसरों में होती है। यह प्रोसेसर लाखों कार्यों को बेहद तेजी से कर सकता है। इसका मतलब है कि यह कंप्यूटर न सिर्फ वैज्ञानिक और तकनीकी क्षेत्रों में काम आएगा बल्कि इसका उपयोग रक्षा शिक्षा उद्योग और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में भी होगा।
India’s Largest Quantum Computer.
Coming Soon…Guess WHERE⁉️ pic.twitter.com/9AWzFE9Hxs
— DoT India (@DoT_India) May 5, 2025
IBM और TCS ने इस प्रोजेक्ट को लेकर हाल ही में संयुक्त घोषणा की है। IBM इस क्वांटम कंप्यूटर का हार्डवेयर बनाएगा जबकि TCS इसके सॉफ्टवेयर का डिजाइन तैयार करेगी। TCS इस क्वांटम कंप्यूटर के लिए विशेष एल्गोरिदम और एप्लिकेशन डेवलप करेगी ताकि भारतीय उद्योगों और शिक्षा जगत की बड़ी समस्याओं का समाधान हो सके। यह साझेदारी न सिर्फ भारत को तकनीक में आत्मनिर्भर बनाएगी बल्कि भारत की वैश्विक स्तर पर छवि को भी मजबूत करेगी।
नेशनल क्वांटम मिशन की बड़ी भूमिका
भारत सरकार का नेशनल क्वांटम मिशन भविष्य की तकनीकों को ध्यान में रखकर शुरू किया गया है। यह मिशन क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी अगली पीढ़ी की तकनीकों को विकसित करने के लिए है। इस कंप्यूटर के निर्माण के बाद भारत स्वास्थ्य रक्षा कृषि अंतरिक्ष और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है। इससे भारत तकनीकी क्षेत्र में विकसित देशों को टक्कर दे सकेगा और आत्मनिर्भर भारत का सपना और मजबूत होगा।
IBM के इस क्वांटम कंप्यूटर में किस्किट सॉफ्टवेयर और अन्य एडवांस संसाधन मौजूद होंगे। इसका पूरा क्वांटम इकोसिस्टम भारत में उच्च स्तरीय नौकरियों और वैश्विक निवेश को आकर्षित करेगा। यह तकनीक स्टार्टअप और बड़े उद्योगों के लिए भी वरदान साबित हो सकती है। इसका असर यह होगा कि भारत विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में नया नेतृत्वकर्ता बन सकता है और युवाओं को नई संभावनाएं मिलेंगी। भारत अब तकनीकी क्रांति की अगली पंक्ति में खड़ा है और क्वांटम कंप्यूटर इस दिशा में बड़ा कदम साबित होगा।