बाहुबली फिल्म में भल्लालदेव का किरदार निभाने वाले Rana Daggubati को लोग एक ताकतवर विलेन के रूप में याद करते हैं। लेकिन पर्दे पर जिस शख्स को आपने क्रूर और शक्तिशाली देखा है, असल ज़िंदगी में वही इंसान एक बेहद संवेदनशील और जुझारू व्यक्तित्व का मालिक है। राणा ने हाल ही में अपनी निजी ज़िंदगी से जुड़ी कुछ ऐसी बातें साझा कीं जिन्होंने सबका ध्यान खींचा। उनका यह संघर्ष किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लगता।
राणा दग्गुबाती ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनकी दाईं आंख से उन्हें बिल्कुल भी दिखाई नहीं देता। यह बात उन्होंने खुद तब साझा की जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें एक्शन सीन करते समय कोई परेशानी होती है। राणा ने हंसते हुए कहा कि अब तो उनकी आंख एक कॉमेडी बन चुकी है। धूल और बिना लेंस के शूटिंग करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है लेकिन वे इससे हार नहीं मानते। उनका यह आत्मविश्वास सबको हैरान कर देता है।
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शरीर में कई ट्रांसप्लांट हो चुके हैं
राणा ने अपने संघर्ष को हल्के-फुल्के अंदाज़ में बयान करते हुए कहा, “मैं लगभग एक टर्मिनेटर की तरह हूं। मेरे पास एक आंख है, एक किडनी है और शरीर में कई ट्रांसप्लांट हो चुके हैं।” उन्होंने बताया कि उनका बायां कॉर्निया किसी और का है जिसे मौत के बाद दान किया गया था। राणा ने साफ कहा कि अगर वे अपना बायां आंख बंद कर लें तो उन्हें कुछ भी दिखाई नहीं देता। यह जानकर लोग स्तब्ध रह गए कि इतने बड़े एक्शन हीरो के पीछे कितनी बड़ी असलियत छुपी हुई है।
एक सीन जिसने सबको चौंका दिया
राणा ने बताया कि एक बार जब वे अर्जुन रामपाल के साथ एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे तो एक एक्शन सीन के दौरान उनकी आंख से पानी आने लगा। अर्जुन बार-बार पूछते रहे कि क्या वह रो रहे हैं। लेकिन राणा ने मुस्कराते हुए कहा कि नहीं भाई, बस आंख में थोड़ा पानी है। इस बात ने यह जाहिर किया कि वह ना सिर्फ शारीरिक रूप से मजबूत हैं बल्कि मानसिक रूप से भी बेहद मजबूत इंसान हैं।
राणा की इस स्वास्थ्य समस्या की चर्चा सबसे पहले साल 2016 में हुई थी जब उन्होंने टीवी शो ‘मेमू सैतं’ में हिस्सा लिया था। वहां उन्होंने बताया था कि उनकी दाईं आंख में बिल्कुल रोशनी नहीं है और बाईं आंख में ट्रांसप्लांट हुआ है। उन्होंने कहा था, “जो आंख आप देख रहे हैं, वो मेरी नहीं है। वो किसी और ने डोनेट की थी। उसकी वजह से मैं आज देख पा रहा हूं।”