आदम खोर बाघ ने ग्राम गोरेघाट हेटी में घुस कर किया बकरी का शिकार
ग्राम में दहशत का माहौल
सुशील उचबगले की रिपोर्ट
गोरेघाट तिरोड़ी
ग्राम कुड़वा में किसान प्रकाश पाने का शिकार करने के पश्चात बाघ का निवास कुड़वा में ही था जिसमें दिन में तीन बार ग्रामीणों को दिखाई दिया पश्चात शाम होते ही बाघ कुड़वा की झाड़ियों से निकल कर बाहर आया और कुड़वा ग्राम की बाड़ियों से होता हुआ ग्राम गोरेघाट हेटी में घुस गया जैसे ही लोगों को जानकारी मिली लोग अपने अपने घरों से कोई लाठी तो कोई कुल्हाड़ी लेकर बाघ को भगाने दौड़े जिसमे बाघ भागते हुए झाड़ू कोहरे के घर में घुसके उसके खटिया के पास से बकरी को उठाकर ले गया जिस समय बकरी को उठाया बिजली गुल थी झाड़ू कोहरे ने लकड़ी से वार किया तब बाघ वहां से बकरी को लेकर भागा और खा गया। ग्रामीणों ने काफी कोशिश की वहां से बाघ को भगाने की कोशिश की काफी मशक्कत के बाद बाघ को कुछ दूरी तक भगा पाए और बाघ खेत में लगी भोस घास में घुस गया।
ग्रामीण आग लगाकर घर में जाग रहे
ग्राम गोरेघाट हेटी में सभी लोगो के घर में गाय बकरी और भैंस अधिक संख्या में है जिसे वो अपने घर के अंदर नहीं रख सकते अब जब बाघ गांव में घुस गया था जिससे दहशत का माहौल है क्योंकि कल ही उसी बाघ ने कुड़वा में किसान का शिकार कर लिया और ना शासन ने किसी प्रकार का कोई कदम उठाया और ना जन प्रतिनिधि ने बाघ को भगाने में मदद की सब जनता को अनाथ और आश्वासन देकर अनाथ जैसे मरने के लिए छोड़ दिए।
सांसद पहुंची मौके पर
बालाघाट शिवनी जिले की सांसद भारती पारधी मृतक कुड़वा के प्रकाश पाने के घर पहुंच कर जानकारी ली जिसमे परिवार वाले ने बाघ का रेस्क्यू कर उसे पकड़ने की बात की जिसमें संसद महोदया ने टीम कटंगी से निकल चुकी की बात कही ये बात लगभग 6 बजे की है मगर कटंगी से रेस्क्यू टीम रात 11 बजे तक भी नहीं पहुंची जिससे प्रतीत होता है कि भारती पारधी ने परिवार और जनता से झूठ कहा ऐसे में किस पर भरोसा करे जनता जब जन प्रतिनिधि ही झूठ बोलकर चली गई।
अभी जब पूरा गांव दहशत में है और शासन प्रशासन के लोग चैन की नींद सो रहे है। स्थानीय वन विभाग के लोग जनता के साथ नजर आए मगर वनपाल से ऊपर के अधिकारी नदारत हो गए।